Sunday, January 24, 2010

महगाई मंत्री

देश के कृषि मंत्री महोदय नेता होने के साथ साथ देश के सबसे अधिक पैसे वाले खेल में भी पदाधिकारी है.. ये भारतीय क्रिकेट बोर्ड के भी पदाधिकारी हैं.. इनका विश्व क्रिकेट में अपना एक अलग मुकाम है.. लेकिन इन्हे क्रिकेट में जो मुकाम मिला है वो इसलिए कि यहां कि जनता ने इन्हें इस लायक बनाया.. नहीं तो पवार सहाब आप जैसे कितने लोग हैं जिन्हे कोई पहचानता नहीं. इन्हे आम जनता ने इतना प्यार दिया कि ये महाराष्ट्र जैसे प्रदेश के मुख्य मंत्री बने.. केन्द्र में मंत्री बने... यहां तक कि जब ये कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बनाई तो भी जनता ने इनका साथ दिया और इनके विधायक और सांसद जीताया.. और इन्हे देश कि सबसे बड़ी पचांयत में शक्तिशाली बनाया.. मैं कृषि मंत्री माननीय शरद पवार का परिचय नही करा रहा हूं बल्कि बता रहा हू कि जिस आम जनता ने इन्हे इस मुकाम तक पहुंचाया उसे ही पवार साहब अपने मंत्रालय के द्वारा जीने नही दे रहे हैं... जिन लोगों ने इन्हे सर आखों पर बिठाय उसे खाने नही दे रहे है.. कहते हैं कि गरीब को खाने में क्या चाहिए.. सिर्फ दाल रोटी.. पर दाल आज इतना महंगा हो गया है कि उसे देख कर ही गरीब आदमी काम चला रहा है... ये मंत्री महोदय अपने आप को गरीबों का मसीहा कहते हैं और खुद को किसान.. पर किसानों के कितने बड़े हितैसी है इसको तो सभी देख चुके हैं.. खास कर के गन्ना किसान..इन्होने गन्ना किसानों के लिए उनके गन्ने का इतना मुल्य घोषित कर दिया कि गन्ना किसान उससे खुश हो गये और वोइतना खुश हो गये कि दिल्ली में जाकर धरना प्रर्दशन शुरू कर दिया.. इन सफेद पोश किसानो का जीना हराम कर दिया और जब प्रधान मंत्री को अपनी कुर्सी डोलती नजर आयी तो उन्होने इस मुद्दे को हल कराया..फिर भी पवार साहब कहां चुप रहने वाले थे किसान जो ठहरे...... इन्होने भविष्यवाणी कर डाली की चीनी मंहगी होगी ..फिर क्या था कुछ ही दिनों में चीनी दस रूपये मंहगी हो गई...और जब इनसे पूछा गये तो आप को याद ही होगा कि इन्होने कहा कि वे ज्योतिषी नहीं है....कि बता दें कि चीनी कब सस्ती होगी.. सही है कि पवार सहाब आप ज्योतिष नहीं हैं लेकिन भविष्यवाणी करने में आप पीछे नहीं रहते हैं.. और अब भविष्यवाणी कर दी कि उत्तर भारत में दूध की कमी है इसलिए दूध महगा हो सकता है.. अब अगर दूध भी मंहगा हो जाए तो इसमें पवार साहब आप कि क्या गलती.. सही है आप भविष्यवाणी करते रहिए.. और जनता को मूर्ख समझते रहिए.. लेकिन पवार सहा्ब ये पब्लिक है सब जानती है..


राम गोपाल द्विवेदी

टीवी पत्रकार








Friday, October 9, 2009

आजाद कौन

माओ के चीन ने अभी हाल ही में अपनी साठवीं सालगिरह मनायी.. पूरा विश्व देखा.. वो जो दिखाना चाह रहा था.. अपनी ताकत का प्रदर्शन पूरी शक्ति से किया.. करोड़ों रुपया खर्च किया.. इस समारोह में.. और इसे देखने के लिए हजारों मेहमान उपस्थित थे.. जिन्होने परेड भी देखी और तारीफ भी की.. लेकिन इस समारोह में जिसे शामिल होना था वो कहीं दुबक कर बैठे थे.. .ये वही लोग है जिनकी मेहनत की वजह से आज चीन अपने को विकासशील से विकसित राष्ट्र बनाने की ओर अग्रसर है.. हम बात कर रहे हैं चीन की आम जनता की.. ऐसा नहीं था कि वो अपने मर्जी से अपने देश के इस राष्ट्रीय पर्व में शामिल नही हुई.. उसके शामिल ना होने का कारण वो आदेश था.. जिसे वहां के शासको ने दिया था कि कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकलेगा.. नहीं तो गोली मार दी जायेगी.. लोग अपने घरों में दुबके रहे मारे डर के यहां तक कि उन्होने अपने घरों की खिड़कियां भी नही खोली.. घर से बाहर ना निकलने का कारण दिया था वहां के शासको ने सुर&... ये कैसी आजादी की वर्षगांठ थी जिसमें उस देश की आम जनता ही शामिल नहीं हो पायी.. क्या इसी को आजादी कहते हैं जहां पर मनावाधिकार का हनन हो रहा है... अब यच्छ प्रश्न यह उठता है कि... चीन में आजाद कौन है.. वहां की आम जनता.. या वहां के प्रशासक


राम गोपाल द्विवेदी
संप्रति - टीवी पत्रकार

Saturday, March 7, 2009

हैं तैयार हम की लॉन्चिंग...


हैं तैयार हम में आपका स्वागत है...ये खुला मंच है जो आपके विचारों को तरजीह देगा...क्योंकि अब सहाफत के बजाय चाटुकारिता ज्यादा होती है...सहाफत करने की हिमाकत की तो मिलेगी शहादत...तो मित्रों इस विचारोत्तेजक मंच पर आपका स्वागत है...आप सभी के विचारों का मैं तहेदिल से शुक्रगुजार रहूंगा....

आपका अपना...

राम गोपाल द्विवेदी

संप्रति- टीवी पत्रकार

मोबाइल- 09848698749